मध्यमवर्गीय परिवार की संघर्ष गाथा: जब बेटा बना ब्लैकमेल का शिकार | Trust और Family Values की कहानी
परिचय:-
"हर मिडल क्लास परिवार की यही कहानी है!"
आर्यन और विनीता - एक साधारण मिडल क्लास परिवार जो अपने बच्चों शौर्य और मुस्कान के लिए हर संघर्ष करता है। अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए खुद की खुशियों का त्याग करते माता-पिता, लेकिन बच्चों को इसका अहसास तक नहीं।
जब शौर्य पहली बार दोस्तों के साथ गोवा जाता है तो क्या होता है? दोस्ती में छुपी जलन, ब्लैकमेलिंग का जाल, और ₹5 लाख की मांग। एक मासूम बच्चा जो बदनामी के डर से सुसाइड तक की सोचने लगता है।
क्या शौर्य अपने माता-पिता पर भरोसा करेगा या डर के कारण सब कुछ खो देगा?
यह कहानी हर भारतीय परिवार को सोचने पर मजबूर करेगी कि बच्चों और माता-पिता के बीच कैसा संवाद होना चाहिए।
यह कहानी एक मिडल क्लास परिवार आर्यन और विनीता इनके दो बच्चे शोरे और मुस्कान की है। आर्यन अपने दोनों बच्चों को अच्छे से शिक्षा दिलाने के लिए वह उन्हें बढ़िया कॉलेज स्कूल में पढ़ाता है। वो अपने बच्चों की पढ़ाई पर अपने समर्थित ज्यादा खर्च करता है ताकि उनका भविष्य उज्ज्वल बन सके।आर्यन और विनीता अपनी जरूरतों को कम करके अपने बच्चों की जरूरतों को पूरा करते हैं।कुछ समय बाद तो वे भूल ही जाते है की उनकी क्या पसंद है और क्या जरूरये कहानी है एक मिडल क्लास परिवार आर्यन और विनीताआर्यन अपने दोनों बच्चों को अच्छे से अच्छी शिक्षा दिलाने के लिये वह उन्हें बढ़िया से बढ़िया कॉलेज और स्कूल में पढ़ाता है।वो अपने बच्चों की पढ़ाई फिर अपने सामर्थ्य से ज्यादा खर्चा करता है।ताकि उनका भविष्य उज्ज्वल बन सके।आर्यन और विनीता अपनी जरूरतों को कम करके अपनेत है।बस जैसे काम चलता है वैसे काम चला काम चला लेते हैं।साधारण माता पिता की अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए लोन और कर्जा लेकर तो आर्थिक कमर टूट जाती है, फिर भी वे बच्चों के भविष्य के साथ समझौता नहीं करते हैं।लेकिन बच्चो को तो इन बातों का आभास नहीं होता क्योंकि माता पिता अपने बच्चों से हर चीज़ छुपाते हैं। फिर उन्हें कैसे पता होगा?अपने माता पिता की आर्थिक हालात के बारे में एक अच्छे शिक्षा संस्थान में जाने पर उन बच्चों का स्टेटस भी वैसा ही हो जाता क्योंकि उनमें बड़े परिवार के बच्चे पढ़ते हैं जिन पर पैसे की कमी नहीं होती है।जिनके पास पैसों की कमी नहीं होती है,उनके पास कमी होती है तो माँ बाप के समय की। इंस्टीट्यूट के हिसाब से बच्चों की देखादेखी शौर्य और मुस्कान का स्टेटस भी बदल गया।मुस्कान भी दूसरे बच्चों की तरह स्कूल ट्रिप पर जाने की जिद करती है, लेकिन विनीता उसे मना कर देती है। मुस्कान भी थोड़ी देर नाराज होने के बाद वो भी मान जाती है। कुछ महीने बाद शौर्य के कॉलेज के दोस्त ब्रिज पर घूमने का प्लान करते हैं। शौर्य कहता है मैं तुम्हें कल बताऊँगा। जा सकता हूँ या नहीं क्योंकि हमारी फैमिली बाहर जाने वाली है। अगर वे गए तो मुझे भी उनके साथ जाना होगा। ये सिर्फ बहाना था, शौर्य का उनसे समय लेने का।क्योंकि उसे डर है कहीं मम्मी पापा उसे भेजने से मना ना कर दे इसलिए शौर्य ।उन्हें यह बहाना बताता है कि बाद में वे लोग उसका मजाक ना उड़ा पाए कि वो बाहर जाने से डरता है। शौर्य घर आकर अपनी मम्मी से ब्रिज जाने की परमिशन लेता है। उसकी मम्मी उसे मना कर देती है। वो कहती है नहीं तुम वहाँ नहीं जा सकते।तुम लोग एक जैसे हो जाओगे। पूरा समय मस्ती में लगे रहेंगे और ध्यान भी नहीं रखोगे। कहीं तुम पानी में डूब गए तो?शौर्य कहता है मम्मी अब मैं कोई छोटा बच्चा थोड़ी हूँ जो गुम हो जाऊंगा, या फिर पानी में डूब जाऊंगा।उसकी मम्मी कहती हैं, मुझे कुछ नहीं पता, एक बार मना कर दिया ना तभी मुस्कान वहाँ आ जाती है। मुस्कान अपने भाई से पूछती है क्या हुआ?शौर्य बताता है? मेरे सभी दोस्त ब्रिज पर घूमने जा रहे हैं तो मैंने मम्मी से वहाँ जाने की परमिशन मांगी थी लेकिन मम्मी ने मना कर दिया।मम्मी कह रहे हैं कि मैं ब्रिज पर जाऊंगा तो पानी में डूब जाऊंगा।मुस्कान कहती हैं, भाई ऐसा बहाना बनाकर मम्मी ने मुझे ट्रिप पर भेजने से मना कर दिया। पता है मम्मी ने क्या कहा? अगर मैं घरवालों के बिना कही अकेली जाउंगी तो मैं कहीं गुम हो जाऊंगी। मुझे चोट लग सकती है,कोई मुझे किडनैप कर सकता है.हमारे स्कूल के 30 बच्चे और पांच टीचर ट्रिप पर गए थे। 35 लोगों में भी मैं अकेली होती ऐसा मम्मी को लगता है।भाई, पता है? मुझे लगता है मम्मी पापा को लगता है दुनिया की जितनी बुरी चीजें यहाँ हादसे हैं, वे सब उनके बच्चों के साथ ही होंगे। ये हमेशा हमें घर के अंदर बंद करके रखना चाहते हैं।मम्मी आप मुझे नहीं भेजती चलो समझ में आता है मैं छोटी और एक लड़की हूँ, लेकिन आप भाई को तो भेज सकते हो, वो तो लड़का है और बड़ा भी है। अगर कुछ समय बाद इनकी जॉब लग गई, तब आप इन्हें नहीं भेजोगे.मम्मी आप कभी भेजकर देखो तो सही, अगर आप को लगा कि भाई बाहर जाकर ठीक से नहीं रहता है तो आप आगे से मत भेजना।शौर्या की मम्मी कहती है तुम्हारे पापा से पूछ लेना कल संडे है, पापा घर पर ही है, रात को जब आर्यन और विनीता खाना खाकर अपने कमरे में जाते हैं।तो विनीता आर्यन को मुस्कान और शौर्य की बात बता देती है कि हम लोग उन्हें बाहर जाने से कैसे रोक देते हैं।अब हम बच्चों को बाहर आने जाने से नहीं रोक पाएंगे अगर हमने ऐसा किया तो वे।झूठ बोलकर या बहाना बनाकर हमें बिना बताए जा सकते हैं। आर्यन कहता है, शायद तुम ठीक कह रही हो बस मुझे तो ये फिजूलखर्ची लगती है।हम इन पैसों को बचाकर बच्चों की जरूरत की चीजें ला सकते हैं और मुझे ये भी डर है। हम एक साधारण परिवार के हैं और इनके फ्रेंड, अच्छे पैसे वाले और बड़ी पहुँच वाले लोग हैं। भगवान ना करे कही कुछ अनहोनी हो गई तो वे तो अपने बच्चों को बचा लेंगे, हम क्या करेंगे?लेकिन अब बच्चों को समझना भी जरूरी है। इसलिए मैं सोच रहा हूँ शौर्य को उसके दोस्तों के साथ भेज देना चाहिए।हाँ, तुम उनके सभी दोस्तों को फ़ोन नंबर ले लेना जो उसके साथ जा रहे हैं और कहाँ ठहरेंगे? सारी जरूरी जानकारी ले लेना, उसे कहना रोज़ फ़ोन करें। विनीता कहती है, ठीक है, मैं शौर्य को कह दूंगी। अगले दिन संडे होता है, उस दिन शौर्य जल्दी उठ जाता है। आर्यन बाहर बैठकर अखबार पढ़ रहा था और चाय पी रहा था।शौर्य अपने पापा के पास जाकर गुड मॉर्निंग बोलता है। पापा कहते हैं आज तो तुम जल्दी उठ गए।, कोई काम है क्या? शौर्य हाँ पापा वो मुझे…….पापा कहते हैं मुझे मुझे ही करता रहेगा या आगे भी बोलेगा। शौर्य कहता है पापा मुझे मेरे दोस्तों के साथ घूमने जाना है।पापा कहते हैं कहा।शौर्य बताता है गोवा ब्रिज पर जा रहे हैं जी। दो या 3 दिन का प्लान है। पापा कहते है ठीक है, चले जाना ।तुम्हे लेकिन कितने पैसे चाहिए? 10,000 बहुत है क्या 2000 कैश ले जाना बाकी अकाउंट में डाल देता हूँ फ़ोन से या एटीएम से यूज़ कर लेना.कुछ और जरूरत है तो मुझे बता देना। शौर्य को हैरानी होती है कि पापा इतनी जल्दी कैसे मान गए और पैसे भी अपने आप दे दिये वो भी बिना मांगे।पापा कहते हैं पर एक शर्त है शोर्य डर जाता हैं कही पापा ऐसी शर्त न रख दें जिससे मेरा जाना ही न कैंसिल हो जाए। शायद तब भी पापा इतनी जल्दी मान गए।शौर्य हाँ, पापा बोलिए पापा कहते हैं देखो तुम पहली बार बाहर जा रहे हो, वो हैप्पी न्यू ईयर की पार्टी करने वैसे गोवा ज्यादा दूर नहीं है हमारे यहाँ से 3 घंटे ही लगते हैं फिर भी तुम सावधान रहना वहाँ जाकर तुम्हें किसी भी प्रकार का नशा नहीं करना।पार्टी में तुम किसी के भी हाथ से कोई चीज़ मत खाना पीना जो खाना पीना हैं, खुद जाकर ले कर आना है, शौर्य कहता है ठीक है पापा मैं आपकी सारी बातों का ध्यान रखूँगा।आपको शिकायत का मौका नहीं दूंगा। विनीता कहती है जो तुम्हारे साथ जा रहे हैं उनका फ़ोन नंबर मुझे दे देना और जहाँ ठहरो वहाँ का नंबर और पता भी और रोज़ फ़ोन करना शौर्य ठीक है मम्मी,मुस्कान की कॉपी में लिख देता हूँ.मुस्कान आपको दे देगी। अगले दिन शौर्य अपने दोस्तों के साथ गोवा चला जाता है। वे लोग वहाँ पर फुल एन्जॉय करते है। वो अपने पापा के अनुसार एन्जॉय करता है। उसके दोस्त भी कोई नशा नहीं करते हैं। वे भी शौर्य की तरह आराम से एन्जॉय करते है, घूमते है, फोटो लेते हैं लेकिन शौर्य के दोस्त के साथ जो दो लड़के आये थे वे शराब पीकर आते हैं। उनके पास जाकर शौर्य का दोस्त उन्हें कहता है।यार, मैं तुम्हें अपने साथ ये सब करने के लिए यहाँ नहीं लाया हूँ, मैंने पहले ही मना किया था यहाँ कोई नशा नहीं करेगा, तुम्हें पता है ना यहाँ का अनजान शहर में हमारे साथ कुछ भी हो सकता है।वो दोनों कहते हैं यार तुम लोग डरते बहुत हो ये तुम्हारा दोस्त शौर्य तो डरपोक टाइप हैऔर तुम भी वैसे ही हो रहे हो लो तुम लोग भी थोड़ी थोड़ी लगा लो यहाँ कौन से तुम्हारे मम्मी पापा देख रहे हैं शौर्य कहता है शायद मैंने गलती कर दी तुम लोगो के साथ आकर इन्हें तो शराब पीना खेल लग रहा है ये खुद तो पीकर आ गए और हमें भी पीने के लिए कह रहे हैं क्या हुआ? अगर हमारे मम्मी पापा हमें यहाँ नहीं देख रहे हैं तो हमें तो उनकी बात माननी चाहिए।और वे तो यही चाहते हैं कि हम किसी मुसीबत में ना फंसें। शौर्य का दोस्त अभिनय कहता है आज तुम्हारा ये हाल है, कल तो न्यू ईयर है। कल क्या होगा? तुम कल सुबह वापस चले जाना या फिर हमसे अलग न्यू ईयर मना लेना हमारे साथ रहने की कोई जरूरत नहीं है। वे लोग कहते है यार, हमारी इतनी पुरानी दोस्ती है तुम कल के बनाए दोस्त शौर्य के लिए हमारी दोस्ती तोड़ रहा है।अभिनय कहता है, हाँ, क्योंकि तुम लोग गलत हो। सुबह वे दोनों आकर अभिनयऔर शौर्य से माफी मांगते हैं। वे कहते हैं, आगे से वे ऐसी गलती नहीं करेंगे और कोई नशा भी नहीं करेंगे। वे सब लोग इन्हें माफ़ कर देते हैं। ये पांचों पहले की तरह हो जाते हैं। न्यू ईयर की पार्टी का इंतजार करते हैं। 8:00 बजे ये लोग पार्टी हॉल में पहुँच जाते हैं। वे लोग वहाँ पर डांस करते हैं।फुल एन्जॉय करते हैं। अजय और रोहित अभिनय और बाकी दोस्तों के लिए स्नैक और कोल्ड ड्रिंक लेकर आते हैं लेकिन शौर्य कुछ नहीं लेता है।वो खुद जाकर खाने पीने की चीजें लेकर आता है। अजय और रोहित अभिनय से कहते हैं, शायद शौर्य ने हमें रात के लिए माफ़ नहीं किया है, तभी तो ये हमारे हाथ से कुछ नहीं खा पी रहा।अभिनय शौर्य से कहता है ये सही कह रहे है क्या? शौर्य कहता है ऐसी कोई बात नहीं है।अजय कहता है, अगर ऐसी कोई बात नहीं है तो ये पानी लो शौर्य वो पानी पी लेता है। कुछ देर बाद शौर्य को चक्कर आने लगते है। वो अभिनय से कहता है, मेरी तबियत ठीक नहीं लग रही है, मैं कमरे में जा रहा हूँ, तुम आओ तो कॉल कर देना, मैं गेट खोल दूंगा।अभिनय कहता है ठीक है, तुम आराम करो, अगर तबियत ज्यादा खराब होने लगे तो मुझे फ़ोन कर देना, मैं डॉक्टर को लेकर आ जाऊंगा।अजय कहता है मैं शौर्य को कमरे में छोड़ आता हूँ, वो उसे कमरे में ले जाता है तब तक शौर्य बेहोश हो गया था। कमरे में रोहित ने पहले से अपना इंतजाम किया हुआ था। वे उसे अभिनय और शौर्य के कमरे में ना ले जाकर उसे खुद के कमरे में ले जाते हैं। वहाँ पर वे लोग एक लड़की को पहले ही बुलाकर रखते हैं क्योंकि उन्होंने शौर्य के पानी मे बेहोशी की दवा मिलाई थी वे लोग शौर्य के कपड़े उतारकर उस लड़की के साथ कुछ फोटो और वीडियो बनाते हैं, बाद में वे लोग शौर्य को कपड़े पहनाकर तैयार कर उसके कमरे में छोड़कर पार्टी में आ जाते हैं वे लोग शौर्य से बदला लेना चाहते थे क्योंकि अभिनय शौर्य की दोस्ती के लिए उसने दोस्ती तोड़ रहा था बस उसका ही बदला लेना चाहते थे।वे लोग न्यू ईयर मनाकर वापस घर आ जाते हैं।अगले दिन शौर्य के फ़ोन पर एक वीडियो आता है जिसे देखकर शौर्य दंग रह जाता है क्योंकि ऐसा तो उसने कभी नहीं किया। फिर ये वीडियो कैसे और किसने बनाया? फिर उनका फ़ोन आता है, वे उसे ब्लैकमेल करते हैं, वे उससे ₹5,00,000 मांगते हैं। अगर वो पैसे नहीं देगा तो वो वीडियो इंटरनेट पर डाल देंगे शौर्य परेशान हो जाता है। ये बात तो किसी से कर भी नहीं सकता है, लेकिन अब वो इतने सारे पैसों का इंतजाम कैसे करें? अगर पापा को पता चल गया तो वो मेरे बारे में क्या सोचेंगे? उन्होंने मुझे कितने भरोसे के साथ गोवा भेजा था, मैं उनका भरोसा नहीं तोड़ सकता, लेकिन अब मैं क्या करूँ? मैंने तो कुछ किया ही नहीं। थोड़ी देर बाद फिर उनका फ़ोन आता है,शौर्य परेशान हो जाता है। वो कहता है मुझे थोड़ा समय चाहिए इतने सारे पैसों का इंतजाम करने के लिये शौर्य परेशानी ठीक से खाना पीना भी नहीं कर पा रहा था। वो अपना फ़ोन तो 1 मिनट के लिए भी नहीं छोड़ता है। फ़ोन को चार्ज करते समय भी वो वही खड़ा रहता है सबको शौर्य का बरताव अलग लग रहा था। वो चिड़चिड़ा भी हो जाता है। एक दिन वो नहाने जाता है, उसका फ़ोन मुस्कान ले लेती है जिसे देखकर शौर्य भड़क जाता है। वो उसे फ़ोन रखने के लिए कहता है। जब वो फ़ोन नहीं रखती है तो वो मुस्कान को थप्पड़ मार देता हैं। वो रोते हुए मम्मी के पास जाती है। मम्मी शौर्य को कहती है क्या हुआ अगर उसने तुम्हारा फ़ोन ले लिया तो कौन सा अपराध कर दिया? शोर्य और परेशान हो जाता है। मैं तुझे कल से देख रही हूँ तुम कुछ बदले हुए से लग रहे हो। आखिर हुआ क्या है? सब ठीक तो है कोई बात तो है हमे बता दो।शौर्य कहता है नहीं, कुछ नहीं, बस कोई मेरे फ़ोन के हाथ मत लगाया करो।विनीता को शौर्य का ऐसा व्यवहार खटकने आने लगा है कि कुछ तो बात है क्योंकि वो कभी मुस्कान को डांटता भी नहीं है और आज उसने उसे थप्पड़ मार दिया। विनीता शौर्य के व्यवहार के बारे में आर्यन से बात करती है। आर्यन कहता है उसके दोस्त को फ़ोन करके पता लगाना चाहिए। वे अगली सुबह अभिनय और गौतम को फ़ोन करके पूछती है।बेटा कॉलेज में सब ठीक तो है न, अभिनय कहता है क्योंआंटी? विनीता कहती हैं, दो 3 दिन से शौर्य बहुत परेशान है।छोटी छोटी बातों पर गुस्सा आ जाता है, अभिनय कहता है हाँ, मैंने भी नोटिस किया है जब मैंने उससे पूछा तो वह मुझसे भी नाराज हो गया और उसके बाद उसने किसी से बात नहीं की। वो कॉलेज की छत पर अकेला बैठा कुछ परेशान लग रहा था।विनीता को कुछ पता नहीं चला। आखिर क्या हुआ है? आर्यन कहता है, शायद हमें उसके फ़ोन से कुछ पता लग जाए।विनीता कहती है, लेकिन वो तो अपने फ़ोन को हाथ भी नहीं लगाने देता है। कल मुस्कान ने लिया तो उसको भी थप्पड़ मार दिया।आज खाने के बाद मुस्कान अपने भाई को सॉरी बोलती है, उसका भाई भी मुस्कान से माफी मांगता है कि मुझे भी तुझे नहीं मारना चाहिए।मुस्कान कहती है, कोई बात नहीं भाई हम दोनों ने गलती की है भाई एक बात कहू अगर आपको कोई परेशानी है तो आप मम्मी पापा को बता दो? ज्यादा से ज्यादा क्या होगा? वो आपको डांट देंगे या फिर आपको एक दो थप्पड़ मार देंगे, लेकिन वहाँ आपको परेशानी से बाहर निकाल देंगे।शौर्य पापा को कुछ नहीं बता सकता, पर क्यों भाई? देख मुस्कान मैं तुझे सिर्फ इतना बता सकता हूँ कोई मुझे ब्लैकमेल कर रहा है, उसने मुझे ₹5,00,000 मांगे हैं अगर मैंने पापा को बता दिया तो पापा कभी मुझ पर भरोसा नहीं करेंगे और तुझ पर तो बहुत सारी पाबंदी लगा देंगे। पापा ने मुझे पहली बार भरोसा करके बाहर जाने दिया और किसी ने मुझे बेहोश करके मेरी वीडियो बनाई है। मैंने कुछ नहीं किया, मुझे तो पता भी नहीं मेरे साथ क्या हुआ है।अगर मैंने पापा को बता दिया तो पापा मुझे कभी नहीं समझ पाएंगे कि मैंने कुछ नहीं किया है। उनका नाम खराब नहीं कर सकता।इसलिए मैंने नानी से ₹5,00,000 मांगे हैं, अगर नानी वो पैसे दे दे तो ये बात यहीं खत्म हो जाएगी। मुस्कान कहती है, भाई मैं तो आपसे अभी भी यही कहूँगी, आप सब पापा को बता देना चाहिए शौर्य कहता है मुस्कान तू भी पापा को कुछ नहीं बताना तुझे मेरी कसम है मुस्कान कहती है भाई जब तक होगा मैं किसी को कुछ नहीं बताऊंगी। दोनों बहन भाई बात करके अपने अपने कमरे में जाने लगते हैं।शौर्य पानी पीने के लिए रुक जाता है उसे मम्मी की आवाज आती है। वो आर्यन से कहती हैं, आज मम्मी का फ़ोन आया था, वे कह रहे थे कि शौर्य ने उनसे ₹5,00,000 मांगे हैं। ये सुनकर शौर्य चला जाता है, वे बातें करते रहते हैं। विनीता कहती हैं, आप शौर्य से पूछोउसे इतने सारे पैसे क्यों चाहिए? कही वो कोई गलत रास्ते पर तो नहीं चल पड़ा है? आर्यन कहता है, नहीं शौर्य ऐसा नहीं कर सकता। वह बहुत समझदार है। बात कुछ और है यह जब से वापस पार्टी करके आया है तब से परेशान है। कल सुबह उससे बात करके पूछता हूँ।तभी कुछ गिरने की आवाज आती हैं। आर्यन और विनीता मुस्कान भागकर कमरे से बाहर आते हैं। ये आवाज शौर्य के कमरे से आती है। ये सब एक दूसरे की तरफ देखते हैं। मुस्कान कहती आवाज भाई के कमरे से आयी है। लगता है भाई कोई मुसीबत में हैं वे सब लोग शौर्य कि कमरे की तरफ जाते हैं, वो देख कर वे लोग हैरान हो जाते हैं क्योंकि शोर्य फांसी लगाने की कोशिश कर रहा था। ये तो अच्छा था, छत का पंखा गिर गया। बस थोड़ी बहुत चोट आती है तभी मुस्कान बोल पड़ती है भाई मैंने आपको कहा था ना आप मम्मी पापा को सब बता दो, वे सब संभाल लेंगे। विनीता कहने वाली होती है तुम्हारी नानी का भी फ़ोन आया था। आर्यन विनीता को ये सब बोलने से रोक लेता है।आर्यन विनीता और मुस्कान को वहाँ से जाने के लिए कहता है और दरवाजा बंद कर देता है और शौर्य से पूछता है आप बताओ क्या बात है शौर्य अपने पापा के गले लग जाता है और रोने लगता है जब शौर्य रो कर चुप हो जाता है तो आर्यन पूछता है अब बताओ क्या हुआ है शौर्य कहता है पापा, मैंने कुछ नहीं किया है, मेरे साथ क्या हुआ मुझे कुछ नहीं पता।.ठीक है, तुम मुझे बताओ शौर्य वो वीडियो अपने पापा को दिखा देता है। वो कहता है पापा कोई मुझे ब्लैकमेल कर रहा है, उसने मुझसे ₹5,00,000 मांगे हैं, उसका पापा कहते हैं तुम्हारे साथ क्या हुआ था?जो तुम इस वीडियो में ऐसे लग रहे हो जैसे तुम्हे होश ही नहीं है क्या तुमने शराब या कोई नशा किया था।शौर्य कहता है नहीं पापा, मैंने कोई नशा नहीं किया और मेरे दोस्त ने भी नहीं किया था। आर्यन कहता है क्या तुमने किसी के हाथों से कुछ खाया पिया था.शौर्य नहीं पापा मैंने किसी के हाथ से कुछ नहीं खाया, पीया हाँ पापा मुझे याद आया अभिनय के दोस्त अजय और रोहित ने मुझे पानी दिया था।जिसे पीने के बाद मुझे चक्कर आने लगे थे, तब अजय मुझे कमरे में लेकर गया था और मुझे थोड़ा याद आ रहा है जैसे मैंने रोहित को भी वहाँ देखा था। पापा पूछते हैं क्या तुम्हारा उनसे झगड़ा हुआ था।शौर्य कहता है नहीं पापा हमारा कोई झगड़ा नहीं हुआ। पापा कहते है चलो ठीक है, तुम चिंता मत करो, हम मिल कर सब संभाल लेंगे और देखो तुम ने जो कदम आज उठाया वो फिर कभी मत करना चाहे कितनी मुश्किल हो जाये। हर समस्या का समाधान होता है, बस शांत मन से उसे ढूंढने की कोशिश करनी चाहिए।वैसे भी बेटा हम है न, हम बस तुम्हें खुश और कामयाब देखना चाहते हैं। हमारी रोक टोक का मतलब ये नहीं कि हम तुम्हें समझते नहीं हैं। बस तुम्हें मुसीबत से बचना चाहते हैं और कोई भी बात हो तुम्हें अपने मम्मी पापा से बात करनी चाहिए। हम ज्यादा से ज्यादा क्या कर सकते हैं? बस तुम्हे एक दो थप्पड़ मार देते हैं, तुम्हारी जान तो नहीं लेते जो तुम अपने जान लेने चले थे।शौर्य पापा मुझे माफ़ कर दो, मैं डर गया था कहीं मैं आपका भरोसा न खो दू। आगे से ऐसा नहीं होगा। आप मुझे माफ़ कर दो अगले दिन शोर्य और आर्यन पुलिस में कंप्लेन कर देते हैं। वे सारी बात बता देते हैं। पुलिस तुरंत जाकर अजय और रोहित को पकड़ लेती है। पुलिस के डर से वे सब सच बोल देते हैं। वे कहते हैं, हम शोर्य से बदला लेना चाहते थे। इसके कारण अभिनय ने हमें शराब पीने के कारण हमसे दोस्ती तोड़नी चाहिए। इसलिए हम इसे सबक सीखाना चाहते थे। इससे पैसे पाकर ये वीडियो इंटरनेट पर चढ़ाने वाले थे, जिससे शौर्य की बदनामी होती और अभिनय भी इससे अपनी दोस्ती तोड़ देता। अभिनय भी पुलिस स्टेशन होता है। वो कहता हैं, अगर मुझे पता होता तुम ऐसे लोग हों तो मैं तुमसे कभी दोस्ती नहीं करता, मुझे शर्म आ रही है तुम जैसे लोग मेरे दोस्त हो वो शौर्य से कहता है इतनी बड़ी बात हो गई तुमने मुझे कुछ नहीं बताया, हम दोस्त हैं। एक दूसरे के बुरे वक्त में काम आते हैं।आर्यन कहता है तुम्हारे बदले के चक्कर में मैं भी आज अपने बेटे को हमेशा के लिए खो देता। आज वो बदनामी के डर से सुसाइड करने वाला था। अभिनय कहता है तुमने इतना बड़ा कदम उठाने से पहले कम से कम अपने घर पर बात तो कर लेते अगर तुम्हें कुछ हो जाता, तुम्हारे मम्मी पापा क्या होता है सोचा है इस बारे मे,कुछ तो सोच समझकर कदम उठाता, किसी से बात करता आर्यन अब सब छोड़ो अंत भला तो सब भला अब हमें घर चलना चाहिए अभिनय कहता है अंकल, मैं भी आप लोगों के साथ चल रहा हूँ।शौर्य पूछता है तुम यहाँ कैसे ? वो तो आंटी ने मुझे फ़ोन किया तुमसे बात करने के लिए इसलिए मैं यहाँ आया था तुमने तो मुझे किसी लायक नहीं समझा,तुमसे तो आंटी सही है, कम से कम उन्होंने मुझे अपना बेटा तो समझ तो एक भाई का ख्याल रखने भेज दिया।
FAQ:-
प्रश्न 1: यह कहानी किस बारे में है?
उत्तर: यह एक मिडल क्लास परिवार की कहानी है जहाँ बेटा ब्लैकमेल का शिकार हो जाता है और माता-पिता का भरोसा बनाए रखने की चुनौती झेलता है।
प्रश्न 2: शौर्य के साथ क्या हुआ था?
उत्तर: गोवा ट्रिप में उसके दोस्तों ने उसे बेहोश करके फेक वीडियो बनाई और ₹5 लाख की ब्लैकमेलिंग की।
प्रश्न 3: माता-पिता ने कैसे हैंडल किया?
उत्तर: आर्यन ने समझदारी से काम लिया, शौर्य का साथ दिया और पुलिस में शिकायत की।
प्रश्न 4: इस कहानी से क्या सीख मिलती है?
उत्तर: बच्चों को माता-पिता से छुपकर नहीं रहना चाहिए और हर समस्या का समाधान मिल सकता है अगर पारिवारिक विश्वास हो।
प्रश्न 5: क्या यह रियल स्टोरी है?
उत्तर: यह भारतीय मिडल क्लास फैमिलीज़ की वास्तविकता पर आधारित काल्पनिक कहानी है।