कुलधरा गांव: राजस्थान का रहस्यमयी भूतिया गांव जहां एक ही रात में गायब हो गए 500 घर - पूरी सच्चाई और डरावनी कहानियां

कुलधरा गांव: राजस्थान का रहस्यमयी भूतिया गांव जहां एक ही रात में गायब हो गए 500 घर - पूरी सच्चाई और डरावनी कहानियां

परिचय:-

क्या आपने कभी सोचा है कि एक पूरा गांव, जिसमें 400-500 घर हों, एक ही रात में कैसे गायब हो सकता है? राजस्थान के जैसलमेर से महज़ 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कुलधरा गांव की कहानी ऐसी है जो आपकी रूह को कंपा देगी। 1825 की उस भयानक रात को क्या हुआ था? क्यों पालीवाल ब्राह्मणों ने अपना सबकुछ छोड़कर रातों-रात गांव खाली कर दिया? और सबसे डरावनी बात यह है कि आज भी वहां कोई नहीं रह पाता। जो भी रात को रुकने की कोशिश करता है, उसके साथ ऐसा कुछ होता है जिसे सुनकर आपकी सांस फूलने लगेगी। तो तैयार हो जाइए इस डरावनी सफर के लिए...

Kuldhara Haunted Village Rajasthan Abandoned Mystery


कुलधरा गांव राजस्थान के जैसलमेर से 20 किलोमीटर की दूरी पर है।ये भूतिया गांव के नाम से लोकप्रिय है।ये गांव1800 के दशक की शुरुआत में धनी पालीवाल ब्राह्मण इस गांव को छोड़कर चले गए। एक ही रात में ही ये पूरा गांव खाली हो गया।इस गांव के खाली होने का कोई सटीक कारण बताना तो मुश्किल है। कुलधरा गांव के वीरान होने की कई अलग अलग कहानियाँ हैं।परिवार ब्राह्मण समूह के कई अलग अलग वस्तुओं में रहते हैं, जिसमें से एक गांव कुलधरा भी है।ये लोग व्यापार और खेती करते थे।पहली बार ब्राह्मण ने सिंचाई के लिए एक  ऐसी विशेष प्रणाली विकसित की थी कि वे लोग रेगिस्तान में खेती कर सकते थे।उस समय यह गांव काफी खुशहाल और समृद्ध था।वे लोग अपनी इसी प्रणाली से आर्थिक रूप से आगे बढ़ते।उनके घरों और मंदिरों में वास्तुकला का भी उल्लेख मिलता है, जो उनके जीवन शैली को दर्शाता है।इतना विकसित जीवन शैली होने के बाद भी यह गांव रातों रात कैसे खाली हो सकता है, यह ज़रा सोचने वाली बात है।वो भी जिस गांव में 400 से 500 घर हो।कैसे कही जा सकते हैं।आखिर कहाँ गए वे लोग, क्या हुआ उनके साथ? और किसी को इस बात की खबर तक ना हो क्या ये बात हैरान करने वाली नहीं है? इतनी बड़ी संख्या में लोग बिना किसी हमले के कैसे कही जा सकते हैं या गायब हो सकते हैं जिनके कोई खबर तक ना हो।कहीं ऐसा तो नहीं है उनके साथ कोई अत्याचार हुआ हो? वहाँ के स्थानीय शासक और ब्रिटिश सरकार के कारण।  वहाँ के स्थानीय राजा और ब्रिटिश सरकार उनसे जरूरत से ज्यादा कर वसूल करती थी, जिसका उन्होंने गांव छोड़कर जाना पड़ा।ये गांव अपने अलग ही कहानी दर्शाता है। लेकिन कुछ तो ये ऐसा हुआ था।इस गांव के साथ।जो इतिहास के पन्नों से भीअछूता रहा।  जो एक खुशहाल और समृद्धि गांव को भूतिया  गांव में बदल दिया। कुछ इतिहासकारों का मानना है कि ये बस्ती इसलिए बंद हुई क्योंकि उस समय व्यापार संबंध बदल गए थे।या फिर वहाँ सूखा या फिर किसी लुटेरे ने इस बस्ती पर कब्जा कर  लिया हो।इन ब्राह्मणों ने उसका विरोध किया होगा।तो उन लुटेरों ने इन पालीवाल ब्राह्मणों  को रातों रात को खत्म कर दिया गया । लेकिन उस समय का कोई लिखित रिकॉर्ड मौजूद नहीं है।खैर क्या हुआ था।तो उस समय इसके बारे में तो कुछ नहीं पता, लेकिन तब की जो कहानी बतायी जाती है।  वे हम जानते हैं।कुछ लोगों का कहना है जब एक क्षत्रिय राजा ने इस बस्ती में कब्जा करना चाहा तो इन ब्राह्मणों ने उससे अस्वीकार कर दिया।फिर वो राजा इस गांव को श्राप देकर चला गया। यह गांव खाली हो जाए।कहते है उसी रात यह गांव खाली हो गया।एक कहानी के अनुसार इस गांव की शांति तक भंग हुई।जब वहाँ के राजा ने एक ब्राह्मण की लड़की को अपने वश में कर लिया।उसने पूरे गांव को धमकी दी। अगर ब्राह्मण अपनी बेटी को नहीं देगा तो वो पूरे गांव को तबाह कर देगा। क्योंकि वे लोग उसका प्यार नहीं छीन सकते। जब लोगों को यह कठोर विकल्प दिया गया तो उन्होंने इस तरह अपमानित होने की बजाय गांव छोड़कर चले जाने का फैसला किया।पालीवाल ब्राह्मण को अपना सबकुछ छोड़कर रातों रात जाना पड़ा।हो। उन्हें अपना घर, जमीन सबकुछ छोड़नी पड़ी।इस समय वह इस भूमि का श्राप देंगे की आप आज के बाद कोई नहीं रह पायेगा। कहते है उस दिन के बाद ये लोग कभी कहीं दिखाई नहीं दिए।राजस्थान के अतीत का एक कुख्यात व्यक्ति सलीम सिंह कुलधरा  गांव के बारे में प्रचलित  मिथकों क केंद्र है। कहा जाता है कि उसने वासनाऔर शक्ति के बल पर दुर्भाग्य को न्योता दिया, जिसके कारण वे गांव की कहानी में एक बुरा आदमी बन गया। सलीम सिंह की भूमिका के बारे में ज्यादा ऐतिहासिक परमाण उपलब्ध नहीं है, लेकिन उसका नाम हमेशा गांव के दुखद और रहस्य में अंत से जुड़ा रहेगा।कुलधरा गांव उन पर्यटकों को आकर्षित करता है जो  इन भयानक  खंडहरों को देखना चाहते हैं और ये जानना चाहते है आखिर क्यों कर दिया गया इस गांव को। कुलधरा गांव एक गांव के रूप में लोगों को आकर्षित करता है।ये राजस्थान की सबसे डरावनी जगह में से एक मानी जाती है।और रहस्यमय भी।इस गांव की खामोशी कुछ और ही बयां करती है। उन लोगों की कहानी को भी बताती है।जो उस गांव में रहते थे।कुलधरा गांव के आसपास कई अलौकिक कहानियों वर्षों से गढ़ी जाती रही है और गढ़ी जाती रहेंगी।वहाँ के आसपास रहने वाले लोगों का कहना है की।वहाँ पे अजीबोगरीब घटनाएं होती रहती।कुलधरा गांव की हवा में ही एक अजीब सा डर है अक्सर वहाँ लोगों की परछाई देखी जाती है और कुछ आवाज़ें और चीखें सुनाई देती है।ऐसा लगता है मानो कोई हर पल उन पर नजर रखे हुए।इस गांव में रात को रुकना मना है।शाम होते ही पर्यटकों से इस गांव से बाहर जाने के लिए कह दिया जाता है।क्योंकि रात को यहाँ का माहौल और  भी ज्यादा डरावना हो जाता है। लोगों के परछाई और आवाजें कुछ ज्यादा ही तेज सुनाई और दिखाई देने लगती है। रात के समय पैरनोर्मल ऐक्टिविटी इतनी ज्यादा बढ़ जाती है कि आम लोगों को इसका सामना करना मुश्किल हो सकता है।आम लोगों को किसी प्रकार की हानि होने से बचाने के लिए शाम के समय।लोगों को इस गांव से बाहर कर दिया जाता है।


 एक युवा पत्रकार ने कुलधरा गांव की रात की मिस्ट्री को सुलझाने के लिए रात को गांव में कहीं छिप जाता है।और अपने कैमरे से रात दृश्य को कैद करने के लिए कैमरे को ऑन कर देता है रात को जब युवा पत्रकार कर अपने होटल रूम में नहीं पहुंचता है तो उसके दोस्तों को उसकी चिंता होने लगी है।उन्हें डर लगा कही वो रात को उसी गांव में तो नहीं रह गया वे लोग अपने पत्रकार दोस्त को लेने के लिए गांव में जाने की तैयारी करते हैं।लेकिन होटल का मैनेजर उन्हें जाने के लिए मना कर देता है।  इस समय गांव के अंदर जाना खतरनाक होगा? अगर वो रात को रह भी गया है तो वो अब जिंदा नहीं पायेगा।हमें  सुबह तक का इंतजार करना होगा। जब वे लोग रिसेप्शन से अपने कमरे में आते हैं तो उन्हें अपना पत्रकार दोस्त कमरे का अंदर दिखाई देता।ये लोग उससे पूछते है तुम कहाँ रह गए थे? हमें तुम्हारी चिंता हो रही थी, हमें डर था कहीं तुम उस गांव के अंदर तो नहीं रह गए हो? लेकिन वह उनके किसी की बात का जवाब नहीं देता और बैड के सिर आने पर सिर कोई मारता रहता है।उन लोगों का उसका व्यवहार कुछ अजीब लगा।लेकिन वे भी कुछ कर नहीं सकते थे।वे मैनेजर को बुलवाते और उसके बारे में बताते हैं।मैनेजर उसको देख कर कहता है इसने जरूर रात को गांव के अंदर कुछ देखा है?यह सुनकर उसके दोस्त उसके कैमरे को देखने लगते हैं।लेकिन कैमरा कमरे में नहीं होता।अब वे भी समझ गए थे कि ये रात को जरूर उस गांव के अंदर रुका होगा।वो मैनेजर कहते हैं, इसने रात को जरूर कुछ वहाँ देखा है जिसके कारण इसकी हालत ही ऐसी हो गयी है। तुम आज रात इसको अकेले मत छोड़ना। सुबह हम किसी तांत्रिक से इसको दिखा देंगे। देंगे इसके साथ  ये यह सब?कैसे हो गया।? अपने दोस्त की ऐसी हालत देखकर वे सब लोग एक ही कमरे में रहते हैं। वो पत्रकार पूरी रात अपने सर के बाल पटके गिनती करते रहता है।बाल पटने कारण उसके सिर से खून भी निकलने लगता है।जब उसके दोस्त उसके सर से खून निकलते हुआ देखते हैं।तब वे लोग उसे रोकते है कि वह अपने बाल न पटे।लेकिन वह किसी की कोई बात नहीं मानता है।जब वे लोग उसका हाथ बांधने की कोशिश करते हैं तो वो ज़ोर से इन को धक्का देकर खिड़की से कूद के कही भी चला जाता है। वे लोग उसे ढूंढने के लिए उसके पीछे भागते हैं। तब तक सुबह भी हो जाती है।देखने के बाद भी उन्हें वो कहीं दिखाई नहीं देता है।वे लोग मैनेजर से।इसके बारे में बताते हैं तो मैनेजर कहता है। अब वो कभी नहीं मिलेंगे।यह सुनकर उनलोगों को मैनेज की बात पे गुस्सा आता है और वे उसको घूर के देखते हैं।वे लोग पत्रकार दोस्त के गायब होने की खबर पुलिस में कर देते हैं।पुलिस भी आसपास के सारा एरिया छान मारती हैं उसे ढूँढने के लिए।लेकिन उन्हें वो कहीं भी नहीं मिलता है। वे लोग पत्रकार कैमरा देने के लिए उस गांव में जाते हैं।कैमरे में कुछ दिखाई नहीं देता है।सिर्फ उसके अंदर आवाज़ ही सुनाई देती है।जो भयानक चीख पुकार कि थी।जैसी आवाज जिसे सुनकर अच्छे अच्छे का दिल बैठ जाए।सबसे विचित्र बात तो तब होती है जब वे उसी आवाज को दोबारा सुनने के लिए प्ले करते हैं।वो आवाज गायब हो जाती है।शायद तभी कुलधरा गांव का रहस्य खुल नहीं पाया है। कुलधरा गांव को लेकर यह सी बहुत सी है कहानियाँ हैं। ये सब उन लोगों का अनुभव है कोई ठोस सबूत नहीं जो इन बातों को सच साबित कर सके। जिन लोगों ने भी इस गांव में जो कुछ महसूस किया है, उन सबका अनुभवअलग अलग है। बहुत सी ऐसी चीजें हैं जिसकी सच्चाई से हम परिचित नहीं हो पाए।क्योंकि इतिहास में उनका कोई ठोस व्याख्या नहीं है।बहुत सी ऐसी चीजें हैं जो होने के बाद भी इतिहास के अंदर नहीं है। लेकिन जब समय टेबल पर नजर डालोगे तो उसके बीच के अंतराल का गैप समझ में आ जाएगा।जब देश के अंदर इतना कुछ हो रहा था तो उस बीच के समय मे  क्या हुआ? अच्छा या बुरा क्योंकि उस समय मैं देश में राजनीतिक और सामाजिक उथल पुथल हो रही थी।जिसके बारे में हमारे इतिहास में कुछ नहीं है। हमारे इतिहास की बहुत सी जानकारी विदेशी इतिहास में मिलती है।जैसे फारस ,मिस्र और ब्रिटिश।और शायद कोई मुस्लिम कंट्री भी हो सकती।

FAQs:-

Q1: कुलधरा गांव कहाँ स्थित है?
A: कुलधरा गांव राजस्थान के जैसलमेर जिले से लगभग 18-20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

Q2: कुलधरा गांव को भूतिया क्यों कहा जाता है?
A: 1825 में पालीवाल ब्राह्मण समुदाय द्वारा एक रात में पूरा गांव खाली करने और श्राप देने की वजह से इसे भूतिया गांव कहा जाता है।

Q3: क्या वाकई में कुलधरा गांव में रात को रुकना मना है?
A: हां, स्थानीय प्रशासन द्वारा रात 6 बजे के बाद गांव में रुकना प्रतिबंधित है।

Q4: सलीम सिंह कौन था और उसका कुलधरा से क्या संबंध था?
A: सलीम सिंह जैसलमेर राज्य का दीवान था, जिसकी वजह से कथित रूप से गांव खाली हुआ था।

Q5: कुलधरा गांव की यात्रा का समय और फीस क्या है?
A: गांव सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक खुला रहता है, प्रवेश शुल्क ₹10 प्रति व्यक्ति है।


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