सच्चा प्यार कभी नहीं बदलता - नवीन और प्रियंका की दिल छू जाने वाली प्रेम कहानी
परिचय:-
क्या आपने कभी सोचा है कि सच्चा प्यार किस तरह हर मुश्किल का सामना करता है? आज हम आपके लिए लेकर आए हैं नवीन और प्रियंका की ऐसी प्रेम कहानी जो आपके दिल को छू जाएगी। यह कहानी है एक पुलिस इंस्पेक्टर की, जिसने साबित कर दिया कि असली प्यार शरीर से नहीं, दिल से होता है।
इंस्टाग्राम पर शुरू हुई दोस्ती कैसे बनी अटूट प्रेम की मिसाल? जब प्रियंका पर हुआ तेजाब का हमला, तो नवीन ने क्या किया? क्या उसने प्रियंका को छोड़ दिया या फिर खड़ा हो गया उसके साथ? इस कहानी में छुपे हैं प्यार, बलिदान, और न्याय के अनगिनत रंग।
तैयार हो जाइए एक ऐसी यात्रा के लिए जो आपकी आंखों में आंसू ला देगी और दिल में उम्मीद की नई किरण जगा देगी...
नवीन और प्रियंका की दोस्ती इंट्राग्राम से होती है। चैट के जरिए ही दोनों अच्छे दोस्त बन जाते हैं। उन दोनों को एक दूसरे से बातें करना अच्छा लगता है। वे दोनों अपनी सभी बातें एक दूसरे से शेयर करते है। नवीन प्रियंका से उसकी पढ़ाई के बारे में भी बातें करता है।नवीन सोचता है कहीं वो इन सबके कारण अपनी पढ़ाई से दूर न हो जाए तो वो उससे कहता है तुम अपनी पढ़ाई और करियर पर पूरा ध्यान दे।एक पुलिस इंस्पेक्टर होता है।इसलिए प्रियंका उसके साथ अपने आप को सेफ महसूस करती है।इसलिए वो बिना किसी डर के नवीन से बातें करती है।वे दोनों आपस में चैटिंग ना करे तो उन्हें अपना दिन अधूरा सा लगता है। चैटिंग से ही वे दोनों एक दूसरे के इमोशन को समझने लगते हैं।एक तरह से उन्हें एक दूसरे की आदत सी हो जाती है।उनकी बातों से उनकी दोस्ती धीरे धीरे प्यार में बदलने लगती है। एक बार कुछ दिन तक प्रियंका कोई मैसेज या कॉल नहीं आती है।जब।नवीन मैसेज भेजता है तो वो उसी सीन नहीं करती हैं। प्रियंका का एक दम से मैसेज या कोल आनी बंद हो जाती है। तो नवीन को चिंता होने लगती है।नवीन सोचता ये ऐसी क्या बात हो गयी?जो प्रियंका मैसेज भी नहीं देख रही। कहीं उसकी शादी तो नहीं हो गयी है?या फिर से कुछ हो तो नहीं गया, ऐसा सोचते सोचते उसे बेचैनी होने लगी।वो अपने मन ही मन में बोलता है, चाहे जो भी हो जाए, मुझे एक बार प्रियंका से मिलना है।जब तक मैं उससे अपनी आँखों से नहीं देखने का तब तक मुझे चैन नहीं मिलेंगे वो प्रियंका से मिलने के लिए उसका पता ढूंढने लग जाता है उसे पता है ढूँढने में ज्यादा समय नहीं लगता है, क्योंकि वह एक पुलिस इंस्पेक्टर हैं, इसलिए उसका अपना नेटवर्क जानकारी निकालने का। मिलने के बाद तो नवीन का एक एक पर रुकना भारी हो रहा था। वो प्रियंका से मिलने के लिए बेचैन और नर्वस भी था। वो प्रियंका से मिलने के लिए बस स्टॉक जाता है, जैसे ही उसकी बता आती है वह बस में बैठ जाता है। वह सोचता है प्रियंका के पापा को मेरे बारे में पता है या नहीं कही वे मुझे घर से के अंदर ही न आने दें। मुझे प्रियंका से ना मिलने दें। कहीं उसकी शादी तो न हो गयी हो, कहीं उसे कुछ हो गया हो।उसके मन में से कई तरह के विचार आ रहे थे।उसका घंटे का रस्ता 10 घंटों जैसे लग रहा था। वो प्रियंका के शहर फ़रीदाबाद पहुँच जाता है।वो ऑटो लेकर सीधा प्रियंका के घर जाता हैं। वो आसपास लोगों से पूछकर प्रियंका घर कन्फर्म करता है। जब घर की तरफ जाता है उसे वहाँ ताला लगा मिलता है जिसे देखकर वह मायूस हो जाता है। उसका दिल टूट जाता है।उसे प्रियंका पर गुस्सा आने लगता है।वो अपने आप से बातें करता है की मैं तो उससे प्यार करता हूँ। वो भी यही कहती थी कि वह मुझसे प्यार करती है। ये कैसा प्यार है?उसका प्यार निभाना तो दूर, उसने तो दोस्ती भी नहीं निभाई। उसने एक बार फ़ोन या मैसेज करना जरूरी नहीं समझा कि मुझे कुछ बता दें। आखिर क्या बात है?ज्यादा से ज्यादा क्या होता है? मैं उससे नाराज भी हो सकता था।और कुछ थोड़ा ही करता।और मैं पागल उससे मिलने उसके घर तक आ गया।वो अपना टूटा हुआ दिल लेकर वापस जाने लगा। उसी समय पड़ोस की एक आंटी ने कहा, बेटा क्या तुम शर्मा जी घर आए हो? नवीन हाँ मेरे सिर हिलाता है। आंटी कहती है, बेटा वे सब तो हॉस्पिटल में हैं, उनकी बेटी की तबियत खराब है। यह सुनकर नवीन दुखी हो जाता है। वो घबराई आवाज से पूछता है आंटी व कौनसा वो हॉस्पिटल में है कि आप मुझे उस हॉस्पिटल का पता दे सकते हो? आंटी कहती हैं मैं वही जा रही हूँ। , तू मेरे साथ चलो।नवीन और आंटी हॉस्पिटल के लिए निकल जाते हैं। आंटी पूछती है बेटा तुम्हे पहले कभी नहीं देखा?उनके सभी रिश्तेदारों को में लगभग जानती हूँ तुम कौन हो क्या तुम उनके दूर के रिश्तेदार हो? अगर तुम दूर के रिश्तेदार हो?तो तुम्हें उनकी बेटी के बारे में जानकार इतना दुःख क्यों हुआ?ऐसा लगता है जैसे वो तुम्हारे लिए एक खास हो।कहीं तुम उसके फ्रेंड नवीन तो नहीं हो?वो कहता हैं, हाँ, आंटी मैं नवीन हूँ। नवीन को अब शांति मिलती है कि उसने मेरे बारे में घर पे बता रखा है, कम से कम मैं उनके बीच अनजान अजनबी तो नहीं रहूँगा।जल्द ही हॉस्पिटल में प्रियंका के वार्ड में होता है।उससे प्रियंका दिखाई नहीं देती है आंटी उसे वार्ड के आखिरी में एक बैड के पास ले जाती है।बैड पर उस इंसान का चेहरा हल्के कपड़े से ढका होता है।उसका आधा चेहरा खराब था।वो आंटी कहती हैं, यही प्रियंका है, उस समय प्रियंका नींद में होती है। उसे नवीन केआने के बारे में कुछ खबर नहीं होती।प्रियंका को ही आसेहार में देखकर न वे तुरंत वार्ड से बाहर आकरएक वॉशरूम की तरफ जाता है।वो प्रियंका कोई ऐसे दर्द में नहीं देख पाता और रोने लगता है।सोचता है की पेंडिंग का कितने दिनों से ये दुख सह रही है और मैं उसके लिए कुछ नहीं कर पा रहा हूँ।और कुछ नहीं, मैं तो उसके साथ भी नहीं था।मुझे एहसास क्यों नहीं हुआ कि प्रियंका इतने दुख में है?मैं उसका सामना कैसे करूँगा? मुझे पता लगाना होगा कि प्रियंका के साथ इतना बुरा किसने और क्यों किया?मैं उसे छोडूंगा नहीं नवीन प्रियंका से बिना मिले ही वहाँ से चला जाता है।वो कहता, अब तो मैं प्रियंका के अपराधियों को सजा दिलाकर ही प्रियंका से मिलूंगा।मैंने प्रियंका से प्यार किया है उसकी सूरत से नहीं। कुछ देर बाद प्रियंका की नींद खुल जाती हैं।वो अपने पापा से पूछती हैं पापा क्या नवीन आया था या फिर कोई आया था। पापा, मुझे ऐसा क्यों लगा जैसे नवीन यहाँ आया था?वे सोचते हैं अब शायद नवीन ने कभी यहाँ नहीं आएगा वो प्रियंका की ऐसी हालत देखकर वे नहीं बता सकते थे कि नवीन यहाँ आकर जा चुका है।उनको पता है।प्रियंका नवीन पर कितना भरोसा करती है?जैसे नवीन के बारे में पता लगा तो उसका दिल टूट जाएगा।कहीं उसकी जीने की इच्छा ना खत्म हो जाए।इसलिए मैं उसे नवीन के बारे में नहीं बता सकता।मैं अपनी बेटी को और टूटते हुए नहीं देख सकता।इसलिए पापा कहते हैं बेटा यहाँ कोई नहीं आया।प्रियंका कहती हैं, मुझे यह ऐसा लगा जैसे मैंने नवीन को देखा है।वो मेरे पास खड़े हो, शायद मैंने कोई सपना देखा होगा।पापा प्रियंका को समझाते बेटा ऐसी हालत में तो अपने साथ छोड़ देते हैं, तुम नवीन से ज्यादा उम्मीदें मत रखो। प्रियंका कहती है नहीं पापा नवीन ऐसा नहीं है उसे जब मेरे बारे में पता लगेगा तो वह मुझसे मिलने जरूर आएगा। नवीन प्रियंका को देखकर तुरंत वो हॉस्पिटल से निकल जाता है। वो अपने नेटवर्क से जल्द ही पता लगा रहता है प्रियंका पर तेजाब किसने फेंका। उसे पता लगता है प्रियंका पर तेजाब फेंकने वाला है, एक मंत्री का बेटा(सोरभ) है जो प्रियंका से 2 साल से प्यार करता है। प्रियंका ने उसे कई बार मना भी किया कि वो उसे प्यार नहीं करती लेकिन वो लड़का फिर भी प्रियंका की बात नहीं मानता है।वो उसे कोई ना कोई तरीके से परेशान करता रहता है।1 दिन वो लड़का प्रियंका को अपने सहेली राशि से बात करते हुए सुन लेता है कि वो नवीन से प्यार करती है, उसके बाद तो वो अपना आपा ही खो बैठता है। वो प्रियंका से कहता है, तुम मेरे अलावा किसी और से प्यार नहीं कर सकती, तुम्हें इसकी सजा जरूर मिले हैं।उसी दिन जब प्रियंका कॉलेज से घर वापिस जा रही होती है तो वो लड़का प्रियंका के ऊपर तेजाब फेंक देता है। प्रियंका के हाथ में बैग होता है, वो अपने चेहरे के आगे उस बैग को लगा लेती है मगर वो अपने आप को नहीं बचा पाती है।उसका आधा चेहरा बुरी तरह खराब हो जाता है।ये सब जानकर नवीन को अपने आप पर बहुत गुस्सा आता है वो सोचता अगर प्रियंका मुझसे प्यार नहीं करती तो शायद प्रियंका का हाल ऐसा नहीं होता।पुलिस को सब कुछ पता होने के बाद भी पुलिस उस लड़के का कुछ नहीं बिगाड़ सकती। बिगाड़ना तो दूर की बात पुलिस ने तो उसे पकड़ा तक नहीं।जबकि चौक के सीसीटीवी फुटेज में उलट का साफ दिखाई दे रहा है। तेजाब फेंकते हुए।यह फुटेज एक घर के कैमरे का होता है उसने चौक पर लगे कैमरे के फुटेज तो गायब कर दिए थे।पुलिस ऐसा राजनीतिक दबाव के कारण करती है। क्योंकि मंत्री अपने बेटे को हर हाल में बचाना चाहती है।पुलिस भी मंत्री के दबाव के आगे बेबस हो जाती है। नवीन कहता है मैं उस लड़के को ऐसे नहीं छोड़ सकता, उसको सजा जरूर मिलनी चाहिए।नवीन को पता है सही रास्ते पर चलकर वह उस लड़के को सजा नहीं दिला सकता।लड़की को सजा दिलाने के लिए एक अलग प्लान बनाता है।वह अब एक ऐसे इंसान को ढूँढता है।जिसका न तो पुलिस कुछ बिगाड़ सकती है और न ही मंत्री।नवीन अपनी जेल से एक ऐसे सीरियल किलर को निकालता है। जिसे उम्रकैद की सजा मिली होती है। वो उससे कहता है तुम्हें मेरा एक काम करना होगा, मैं तुम्हें तुम्हारे फैमिली के साथ एक महीने रहने की अनुमति दिला सकता हूँ।और तुम्हें मेरा काम खत्म करके वापस जेल में आना होगा।वो किलर पूछता है क्या काम है? नवीन एक फोटो देता है और कहता है इसके ऊपर तुमने तेजाब फेंकना है।लेकिन उसकी मौत नहीं होनी चाहिए सिर्फ दर्द होना चाहिए।किलर कहता है इस काम के लिए तुमने मुझे ही क्यों चुना? इस जेल में तो मुझसे भी खतरनाक कातिल है।नवीन उससे कहता तुमने पहला खून उसका किया था जिसने तुम्हारी बेटी के ऊपर तेजाब फेंका था।और इस लड़के ने भी एक लड़की पर तेजाब फेंका है। ये एक मंत्री का बेटा है, इसलिए पुलिस उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकती। उस लड़के को सबक सिखाने के लिए मैंने तुम्हें चुना है।वो किलर कहा था। अगर बाहर जाने के बाद मैंने आपका काम नहीं किया और वहाँ से भाग गया तो नवीन कहता है मुझे तुम पर पूरा भरोसा है, तुम मुझे धोखा नहीं दोगे, क्योंकि तुम्हे फैमिली की वैल्यू का पता है जो अपनी बेटी के लिए किसी को मारकर कातिल बना है।वह किसी और बेटी को भी इंसाफ जरूर दिलाएगा।अगर तुम भाग भी जाते हो तो तुम अपनी फैमिली से कभी नहीं मिल पाओगे।इतना तो तुम पुलिसवालों के बारे में जानते ही हो।वो नवीन का काम करने के लिए मान जाता है। एक तो उसे अपनी फैमिली के साथ रहने का मौका मिलेगा। दूसरा वो उस लड़के को सजा देकर अपनी बेटी को दिए हुए वचन को निभाया था जो उसने अपनी मरती हुई बेटी से किया था।की वो ही ऐसी लड़की की मदद करने से पीछे नहीं हटेगा। नवीन अपना प्लान बनाता है और वह सबसे पहले किलर को फैमिली के साथप्रो एक महीने रहने के लिए जज के सामने याचिका रखता है।वो उसकी फैमिली की मजबूरी के बारे में जज को बताता है।याचिका का जवाब आने में अभी 2 दिन लगते हैं।याचिका जमा होते ही नवीन बिना किसी को पता लगे।वो उस किलर को जेल से बाहर निकाल देता है। नवीन नवीन उस लड़के सौरभ की सारी इन्फॉर्मेशन उस किलर को देता है की वो कब कहा जाता है?वह किलर तुरंत अपने काम पर लग जाता है।और इंतज़ार करता उस पल का जब वो लड़का अकेला हो। 4 घंटे बाद वो लड़का बिल्कुल अकेला हो जाता है। वो अपनी गाड़ी से अकेला आ रहा था। किलर उसकी गाड़ी पर एक जोरदार पत्थर फेंकता है।जिससे गाड़ी का शीशा टूट जाता है।वो लड़का गाड़ी से बाहर निकल कर इधर उधर देखने लगता है। आखिर में हुआ क्या? ये शीशा कैसे टूटा?उसी समय वो किलर आता है उस लड़के को तेजाब फेंककर अपना काम करकेचला जाता है नवीन अपने प्लान अनुसार उस किलर को वापस जेल में बंद कर देता है।यह काम वो किलर एक ही दिन में कर देता है।अगले दिन सभी न्यूज़ चैनल पर यही न्यूज़ होती है कि किसी ने मंत्री के बेटे पर तेजाब फेंक दिया।इस न्यूज़ को देखकर प्रियंका और उसके पापा हैरान हो जाते हैं और उन्हें तसल्ली भी मिलती है कि उसे भी अपने किए की सजा मिल गई।अगले दिन उस किलर की याचिका भी मंजूर हो जाती है। वह एक महीने के लिए अपनी फैमिली के साथ रहने चला जाता है।नवीन भी प्रियंका से मिलने हॉस्पिटल आता है।नवीन को देखकर प्रियंका की खुशी का ठिकाना नहीं होता है। वो अपने पापा को कहती है पापा मैंने आपसे कहा था न नवीन को जब मेरे बारे में पता लगेगा तो वो मुझसे मिलने जरूर आएगा।पापा कहते हैं तुम 3 दिन पहलेआये थे तब तुम बिना कुछ कहे चले गए। हमने सोचा शायद अब तुम कभी नहीं आओगे।प्रियंका हैरान होकर अपने पापा की तरफ देखते हुए कहती हैं क्या नवीन पहले आया था?प्रियंका कहती है यानी वो मेरा कोई बहम या सपना नहीं था पी। मुझे महसूस हो रहा था कि नवीन मेरे पास है।कहता है अंकल उस समय मैं प्रियंका को ये ऐसी हालत में नहीं देख सकता था और मैं उसे क्या मुँह दिखाता।वो इतने दर्द में और मैं उसके लिए कुछ नहीं कर सका।और कुछ नहीं।मैं उसे इन्साफ तो दिला ही सकता हूँ।पापा ये कहने वाले होते हैं क्या ये तुमने?उसी समय नवीन उन्हें रोक देता है।अंकल जो जैसा करेगा वैसा भरेगा।मैंने प्रियंका से प्यार किया, उसकी शक्कर से नहीं, मैं आज भी प्रियंका से उतना ही प्यार करता हूँ।जितना पहले करता था।प्यार तो मन से होता है, शरीर से नहीं, शरीर तो एक जरूरत है और कुछ नहीं।मैं प्रियंका को छोड़ने के बारे में सोच भी नहीं सकता।यह सुनकर तो प्रियंका पास में बैठे नवीन के गले लग जाती।उसे यह भी ध्यान नहीं रहता कि उसके पापा पास ही खड़े हैं।पापा भी प्रियंका की हालत समझते हैं। वह कहते हैं, मैं ही तुम लोगों के प्यार को नहीं समझ सका और नवीन को गलत समझ बैठा।हो सके तो तुम दोनों मुझे माफ़ कर देना।प्रियंका कहती है, पापा आपने तो हमेशा मेरा भला ही सोचा है। नवीन कहता है अंकल आप तो हमें आशीर्वाद दीजिए।पापा उन दोनों को अकेला छोड़कर हॉस्पिटल से बाहर आ जाते हैं।नवीन प्रियंका का बहुत अच्छे से ध्यान रखता है। नवीन के प्यार और देखभाल के कारण प्रियंका जल्द ही ठीक हो जाती।क्योंकि कहीं ना कहीं प्रियंका को भी टेंशन थी। कहीं नवीन उसे छोड़ ना दें।लेकिन ऐसा कुछ नहीं होता है।सच्चे प्यार को बाहरी दिखावे की जरूरत नहीं होती।प्रियंका और नवीन प्यार के सच्चे मायने समझ चूके हैं।और उनके आसपास के लोग भी।सच्चा प्यार कभी बदलता नहीं है।
(FAQ):-
1. क्या यह कहानी सच्ची घटनाओं पर आधारित है?
यह एक काल्पनिक कहानी है जो समाज में होने वाली वास्तविक समस्याओं को दर्शाती है। तेजाब हमले और सच्चे प्यार के संदेश को बेहतरीन तरीके से पेश किया गया है।
2. नवीन ने प्रियंका के हमलावर को सजा कैसे दिलाई?
नवीन ने एक सीरियल किलर का सहारा लेकर मंत्री के बेटे सौरभ को सबक सिखाया। उसने न्याय व्यवस्था की कमी को अपने तरीके से पूरा किया।
3. इस कहानी का मुख्य संदेश क्या है?
कहानी का मुख्य संदेश यह है कि सच्चा प्यार कभी शारीरिक सुंदरता पर निर्भर नहीं होता। यह दिल से दिल का रिश्ता है जो हर मुश्किल का सामना करता है।
4. क्या नवीन और प्रियंका की शादी हुई?
कहानी में स्पष्ट रूप से शादी का जिक्र नहीं है, लेकिन यह दिखाया गया है कि दोनों ने सच्चे प्यार का मतलब समझ लिया है और साथ रहने का फैसला किया है।
5. तेजाब हमले की सजा क्या होनी चाहिए?
तेजाब हमला एक गंभीर अपराध है जिसकी कड़ी से कड़ी सजा होनी चाहिए। यह कहानी दिखाती है कि कैसे राजनीतिक शक्ति न्याय में बाधा बन सकती है।