लिव-इन रिलेशनशिप का खौफनाक सच: प्यार, साजिश और दो कत्ल की कहानी
परिचय:-
गौतम और निकिता अपनी पढ़ाई खत्म करने के बाद अपने सपनों को पूरा करने शहर में आते हैं.एक अच्छी जॉब के लिए दोनों का शहर अलग और एक दूसरे से बहुत दूर। वे दोनों एक दूसरे से अनजान एक बिल्डिंग के अपार्टमेंट में मिलते हैं इस बिल्डिंग में कई कंपनियों के ऑफिस थे.वे दोनों अलग-अलग कंपनी में इंटरव्यू के लिए आते हैं वह आपस में टकरा जाते हैं.वे दोनों एक दूसरे की ओर ध्यान नहीं देते। और सॉरी बोलकर वहां से चले जाते हैं फिर वह दोनों कुछ दिन बाद एक कंपनी में सहकर्मी होते है यानी उनका पहला इंटरव्यू खराब गया अगर वे इंटरव्यू पास कर लेते तो वे दोनों अलग-अलग कंपनी में काम करते.लेकिन अब वह दोनों एक ही कंपनी में काम करते हैं दोनों हेलो हाय तक ही रहते हैं पर एक दिन उनका बॉस एक प्रोजेक्ट देता है जिस पर उन दोनों को मिलकर काम करना था .दोनों उस प्रोजेक्ट पर जी जान लगाकर काम करना शुरू कर देते हैं वे दोनों ऑफिस में भी लेट तक काम करते निकिता को कोई परेशानी ना हो इसलिए गौतम रात को अक्सर उसे घर छोड़ता . गौतम और निकिता दोनों अलग अलग अकेले रहते हैं कई बार तो गौतम निकिता के साथ खाना खाकर अपने रूम पर जाता .उन दोनों में अच्छी दोस्ती हो गई निकिता को गौतम पर पूरा भरोसा होता है वह उसके साथ कुछ गलत नहीं होने देगा.तभी तो वह उसे ज्यादा रात होने पर उसे घर छोड़ता था.उन्होंने इस प्रोजेक्ट पर लगभग 3 महीने काम किया उनका यह प्रोजेक्ट बहुत कामयाब हुआ बॉस ने खुश होकर उनकी सैलरी भीबढ़ा दी.इस खुशी में गौतम ने एक पार्टी दी थी.जिसमें उसके नजदीकी दोस्त और निकिता थी वहां पर गौतम के दोस्त उसको कहते हैं यार तू उस लड़की से प्यार करता है क्या तुम इस लड़की के साथ कितना सहज है.वरना मुझे लड़कियां कहां सुहाती है और वह लड़की भी तेरे साथ कितनी आराम से बात करती है.उन दोनों की दोस्ती कब प्यार में बदल गई उन्हें पता ही नहीं चला.अक्सर दोनों साथ ही समय व्यतीत करते थे उन्हें एक दूसरे के साथ बहुत अच्छा लगता था दोनों का अब दूसरे के बिना रहना मुश्किल हो रहा था.अब वह अलगनहीं रह सकते थे इसलिए वे दोनों एक लिविंग रिलेशनशिप में रहने की सोचते हैं.इसलिए वे दोनों ऑफिस के नजदीकी एक घर किराए पर लेते हैं वे दोनों एक साथ रहने लग जाते हैं वे दोनों साथ रहकर बहुत खुश हैं वह आपस में एक दूसरे का बहुत ख्याल रखते हैं वे रिलेशनशिप आने से पहले कुछ एक कांट्रेक्ट पेपर साइन करते हैंवे साथ रहते 6 साल हो गए थेवह अब हर हालात से गुजर लिए थे.उन्होंने अपने रिलेशन से हर उतार-चढ़ाव देखे थे लेकिन कुछ दिनों से उन दोनों के बीच में कुछ दूरियां आ गई थी। दोनों को एक दूसरे की बात पर बहस करनाआम हो गया था।लेकिन उन दोनों को इसका कोई कारण समझ में नहीं आ रहा है।.वह दोनों सोचते हैं हमारे बीच में जो यह मनमुटाव आया है उसे दूर करना चाहिए इसलिए वे दोनों कहीं घूमने जाने की योजना बनाते हैं जैसे ही उनको छुट्टी मिल जाती है वह अगले दिन ही निकल जाते हैं दोनों घूमने जाने से बहुत खुशथे वह यह बात अपने दोस्तों से भी बताते हैं वह दोनों घूमने निकल पड़े हैं.वे एक छोटे से साधारण होटल में रुकते हैं गौतम रिसेप्शन पर सारी फॉर्मेलिटी पूरी करके आ जाता है वह दोनों अपने कमरे में चले जाते हैं.जब सुबह रूम सर्विस वाला आता है तो वह गेट नहीं खोलते हैं जब 11:00 बजे तक गेट नहीं खुलता है तो होटल का मैनेजर पता करने जाता है ऐसा क्या है जो वह गेट नहीं खोल रहे जब मैनेजर उनके द्वारा लिखवाए गए फोन पर फोन करता है तो वह स्विच ऑफ आता है अंत में मैनेजर दरवाजा तोड़ने के लिए कहता है जब दरवाजा तोड़ने के बाद वे अंदर जाते हैं तो बाथरूम का दृश्य देखकर भयभीत हो जाते हैं वहां पर वह लड़का मरा हुआ था और किसी इंसान के छोटे-छोटे टुकड़े कर रखे थे.यह टुकड़े उसे लड़की के ही थे.मैनेजर तुरंत पुलिस को बुलाता है पुलिस अपनी जांच पड़ताल में लग जाती है पुलिस हैरान थी जब उसने लड़की को मार दिया है तो लड़के को किसने मारा?पुलिस उनके घर वाले इन्फॉर्म करने के लिए.होटल में जो पता लिखवाया था वहाँ इन्फॉर्मेशन देती है।लेकिनवह पता गलत था उन्होंने होटल में आधार कार्ड या कोई और आईडी नहीं दिखाई और उनके पास भी कोई ऐसी चीज नहीं थी जिससे उनकी पहचान हो सके. वह कौन है और कहां से आए थे पुलिस मैनेजर से कहती है, तुमने होटल कैसे दे दिया? बिना किसी आईडी प्रूफ के?मैनेजर कैसा कहता है सर उन्होंने कहा, हमारा सामान चोरी हो गया है, हम जल्द ही अपनी आइडी प्रूफ मंगवा कर आपके यहाँ जमा करवा देंगे। अब पुलिस के लिए उनके बारे में जानना बहुत मुश्किल हो रहा था पुलिस को पोस्टमॉर्टम से पता लगता ह लड़के को जहर देकर मारा है।पुलिस के लिए अब ये गुत्थी सुलझाना और मुश्किल हो रहा था। अगर लड़की पहले ही मर गयी थी तो लड़के को जहर किसने दिया? कोई बाहर से भी अंदर नहीं जा सकता क्योंकि गेट अंदर से बंद था। उन्हें समझ नहीं आ रहा था इस केस में वह आगे कैसे बड़े फिर वह कमरे में देखते हैं मैनेजर से कहते हैं हमें यहाँ की वाली फुटेज चाहिए जिसमें वे दोनों होटल में आते हैं.और पुलिस वालों को उनकी वह फुटेज मिल जाती है.वे हर रेलवे स्टेशन बस एयरपोर्ट आदि सब जगह उन्हें सीसीटीवी कैमरे में देखते हैं अंत उन्हें एक बस से उतरते हुए वह दिखाई देते हैं वह बस वाले से पूछते हैं यह लोग कहां से बैठे थे बस ड्राइवर उन्हें सब कुछ बता देता है और जिस नंबर से टिकट बुक करवाई गई थी वह फोन नंबर भी मिल जाता है यह नंबर निकिता का होता है अब पुलिस निकिता और गौतम के ऑफिस तक पहुंच जाते हैं.ऑफिस में गौतम की पहचान हो जाती है निकिता की लाश के तो गौतम ने कई टुकड़े कर दिए जिसे दिखाना व्यर्थ था और उसका चेहरा भी पहचानने लायक नहीं था. पुलिस ऑफिस में सभी लोगों से गौतम और निकिता के बारे में पूछते हैं वह कहते हैं वे दोनों आपस में बहुत प्यार करते थे और 6 साल से एक साथ रह रहे थे गौतम निकिता को नहीं मार सकता पुलिस उन दोनों के फोन की पूरी डिटेल निकालती है उनके मैसेज फोटो गूगल हिस्ट्री सब चीज चेक करती है निकिता के फोन में एक ऐसा जहर की जानकारी थी जिसे लेने के 15 से 30 मिनट में जहर अपना असर कर देता है और यही जहर गौतम की बॉडी में मिलता है धीरे-धीरे इन दोनों के खून का राज खुल रहा था यह दोनों एक दूसरे को मारना चाहते थे और इसी षड्यंत्रको अंजाम देने के लिए यह लोग शहर से बाहर घूमने का प्लान बनाया था और कहीं भी दोनों ने अपनी पहचान उजागर नहीं की दोनों एक दूसरे के षड्यंत्र से अनजान थे इसलिए दोनोंमें से किसी ने भी अपनी असली आइडेंटिटी नहीं बताई अगर इसमें से कोई एक भी सही होता तो वह अपनी असली आइडेंटिटी जरूर बताते लेकिन इन दोनों का एक दूसरे का खून करने का मोटिव अभी बाकी था.अगर कोई इतना बड़ा कदम उठाएगा तो उसका मोटीव कुछ बड़ा ही होगा जब पुलिस ने उनके कुछ लीगल पेपर चेक किया तो उसमें एक कांट्रेक्ट पेपर था जो उन्होंने रिलेशन में आने से पहले साइन किया था उसे कॉन्ट्रैक्ट के अनुसार अगर इनमें से कोई अलग होता है तो उसे दूसरे को 30 लख रुपए या प्रॉपर्टी देनी होगी यही वजह थी जो यह एक दूसरे से अलग नहीं हो सकते थे और पैसे बचाने के लिए एक दूसरे को मारने का इरादा कर लिया अगर यह दोनों आपस में बात करते तो यह आपसी मामला सलाह से सुलझाया जा सकता था लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया निकिता उसे मारने के लिए पानी में जहर मिला दिया और गौतम ने निकिता को मार कर उसकी लाश को गायब करने के लिए उसके छोटे छोटे टुकड़े कर दिये। इसी बीच गौतम ने वह जहर वाला पानी पिया और वह भी मर गया. अगर दोनों आपस में बात कर लेते हैं तो यह मामला सुलझ जाता है और किसी को मरने की जरूरत नहीं होती या मारने की जरूरत नहीं होती।दोनों आपसी सहमति से अलग होकर अपनी अपनी जिंदगी जी सकते थे।
FAQs
Q: ये कहानी किस बारे में है?
A: यह कहानी दो प्रेमियों की है जो लिव-इन रिलेशनशिप में रहते हैं, लेकिन लालच, शक और साजिश उनकी जिंदगी तबाह कर देते हैं।Q: दोनों का झगड़ा कैसे शुरू हुआ?
A: छोटी-छोटी बातों पर बहस बढ़ गई, और उन्होंने बात किए बिना अपने मतभेद सुलझाने की बजाय साजिश रच डाली।Q: कहानी में सबसे बड़ा ट्विस्ट क्या है?
A: दोनों ने एक-दूसरे को मारने का प्लान बनाया, ताकि दोनों को भारी-भरकम कॉन्ट्रैक्ट पैसे देने से बचना पड़े।Q: पुलिस को सबसे बड़ी मुश्किल क्या आई?
A: उनकी पहचान करना, क्योंकि दोनों ने कहीं भी कोई असली आईडी नहीं दी थी और अपनी पहचान छुपाकर घूमने गए थे।